चीन ने टेक दिए घुटने ? | Indian Army vs Chinese Army | India China Border Fight | TechDNA
भारत और चीन के सैनिकों के बीच गलवान घाटी में 15 जून को हुए खूनी संघर्ष के बाद दोनों देशों ने वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर भारी संख्या में सेना की तैनाती कर दी है। इससे LAC के दोनों ओर तनाव बना हुआ है।
भारत ने 3,488 किलोमीटर लंबी LAC पर सैनिकों को तैनाती के साथ माउंटेन फोर्स को भी तैनात कर दिया है।
यह हिंसक झड़प उस समय शुरू हुई जब भारतीय सैनिक चीनी सैनिकों द्वारा लगाए टेंट को हटाने गए थे।
उस दौरान चीनी सैनिकों ने पत्थर, कंटीली रॉड और तारों से हमला कर दिया था। चट्टान टूटने से कुछ सैनिक नदी में गिर गए थे।
हर भारतीय को यह विडिओ पूरा देखना है | Indian Army vs Chinese Army | India China Border Fight TechDNA
दोस्तों हमारे वीर सेनीक दुसमन से लोहा ले रहे है लेकेन कुछ देस के अंदर है बार बार ट्वीट करके देस की सेना को नीचा दिखने की कोसिस कर रहे है | उन लोगों से मेरा कहना है की इतनी उचाई पर हमारे सेनीक दुसमान की गर्दन और रीड की हड्डी तक को तोड़ रहे है जहा पर सास लेने की आक्सीजन भी बहुत कम है |
एसे लोगों से मेरा कहना है की एक बार उस उचाई पर चड़ कर ही देखा दे और उस के बाद ट्वीट करे उन देस के गदरों को पता चल जाएगा की सेना मे कितना दम है |
दोस्तों मेरा मानना है की एसे लोगों को नेता नहीं बनाना चाइए इनको सीदे गोली मार देनी चाहीय आप की राये काय हमे कमेन्ट बॉक्स मे बतये
आज के इस Tech DNA की विडिओ मे हम बात करेगे
1. चीनी सेना से हुई झड़प में शहीद हुए 20 भारतीय सैनिक के बारे मे
2. चीन ने फिंगर-4 से लेकर आठ तक बढ़ाई सेना की मौजूदगी सैनिक के बारे मे
3. भारत ने चीन की योजना के खिलाफ क्या तैयारी की है
4. भारतीय सैनिकों बल प्रयोग के क्या क्या आदेश दिए गए है
5. भारत ने LAC पर तैनात की स्पेशल माउंटेन फोर्स के बारे मे
6. भारत और चीन की बैठक में क्या होगा प्रमुख मुद्दा
15-16 जून की रात लद्दाख के गलवान घाटी में हुए खूनी संघर्ष की पूरी जानकारी अब सामने आने लगी है..मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 15 जून को गलवान घाटी में भारत औऱ चीन के जवानों के बीच 7 घंटे तक संघर्ष चला. जिसमें 3 बार खूनी झड़प हुई. India Today और Hindustan Times के मुताबिक झड़प की शुरुआत 15 जून को शाम 6 बजे हुई. उस समय कर्नल संतोष बाबू अपने 35 जवानों के साथ चीनी सैनिकों को इलाका खाली करने के लिए समझाने गए थे. जब चीनी सैनिकों से बातचीत हो रही थी तभी उन्होंने Commanding officer संतोष बाबू CO को धक्का दे दिया...इसी के बाद दोनों पक्षों में खूनी संघर्ष शुरू हो गया. भारतीय सेना चीनी PLA पर भारी पड़ी और उनके टैंट को उखाड़ फेंका और आग लगा दी । इसके बाद रात नौ बजे जब फिर से बात शुरू हुई तो चीनी सैनिकों ने पत्थर बरसाने शुरू कर दिए. इसी संघर्ष में कर्नल संतोष बाबू की सहीद हो गए. जिसके बाद कम संख्या में होने के बावजूद भारतीय सैनिकों ने जोरदार हमला बोला. इसके बाद रात 11 बजे भी चीनी सैनिकों से जोरदार खूनी संघर्ष हुआ. इस दौरान भारतीय सेना LAC पर चीनी सीमा में चली गई. चीनी सैनिकों ने 10 भारतीय जवानों को बंधक बनाया तो भारतीयों ने भी कई 01 चीनी Commander और चीनी सैनिकों को बंधक बनाया.
पूर्वी लद्दाख सीमा पर तनाव को बातचीत के जरिए सुलझाने की कोशिश के बीच अब चीन ने भारत को गीदड़भभकी दी है. चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने लिखा है कि इस बार युद्ध हुआ तो भारत का हाल 1962 से भी बुरा होगा. विश्लेषकों के हवाले से इमसें कहा गया है कि अगर भारत ने अपने यहां राष्ट्रवाद को काबू में नहीं किया और सीमा पर संघर्ष हुआ तो चीन की सेना भारतीय सेना पर हर मोर्चे पर भारी पड़ेगी. गलवान घाटी में हिंसक झड़प के दौरान 20 जवानों के शहीद होने से पूरे देश में चीन के खिलाफ प्रदर्शन हो रहे हैं, उधर पीएम मोदी ने भी सीमा पर सैनिकों को जरूरी एक्शन लेने की छूट दे दी है. जिसके बाद अब चीन ने बातचीत की अपील भी की और अब धमकी देने से भी बाज नहीं आ रहा है.
चीन ने फिंगर-4 से लेकर आठ तक बढ़ाई सेना की मौजूदगी
चीन ने पैंगोंग लेक के पास अपनी मौजूदगी को बढ़ा लिया है और फिंगर-4 से आठ तक भारी संख्या में सेना की तैनाती कर दी है और वायुसेना को भी सक्रिय रखा है।
सीमा पर चीनी विमानों को देखा जा सकता है। ऐसे में चीन की इस चाल के पीछे उसकी गलत मंशा दिखाई पड़ती है।
सूत्रों की माने तो चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) फिंगर-4 के पास आर्टिलरी और टैंक के साथ बड़ी संख्या में मौजूद हैं।
भारत ने चीन की योजना के खिलाफ यह की तैयारी
PLA की हरकत को देखते हुए भारत ने भी 3,488 किलोमीटर लंबी LAC पर सैनिकों को तैनात कर दिया है। वायुसेना के मदद से पूरी LAC की निगरानी की जा रही है।
इसी तरह नौसेना को भी पूरी तरह से तैयार रहने को कहा गया हैं। झिंगजैंग और तिब्बत क्षेत्र में भारत की सेना की स्थिति को मजबूत गकिया या है।
भारतीय सैनिकों को दिए गए बल प्रयोग के आदेश
सेना के एक अधिकारी ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि भारतीय सेना के कमांडर्स को निर्देश दिए गए हैं कि यदि PLA ट्रूप गलवान घाटी पार करती है और पेट्रोल पोस्ट-14 पर हमला करती है तो वह उनका जवाब दे सकते हैं।
भारत ने LAC पर तैनात की स्पेशल माउंटेन फोर्स
भारत ने सुरक्षा के लिहाज से 3,488 किलोमीटर लंबी LAC पर स्पेशल माउंटेन फोर्स को भी तैनात कर दिया है।
यह फोर्स अधिक ऊंचाई वाले पहाड़ी क्षेत्रों में गश्त करने तथा किसी भी स्थिति से निपटने के लिए प्रशिक्षित है।
ऐसे में चीन की ओर से यदि पश्चिमी, मध्य या पूर्वी सेक्टरों अब कोई भी कदम उठाया जाता है तो यह फोर्स उसका करारा जवाब देगी। फोर्स को आवश्यक कोई भी कदम उठाने की आजादी भी दी गई है।
भारत की माउंटेन फोर्स की अगल है पहचान
भारत की माउंटेन फोर्स की एक अलग पहचान है। इसमें शामिल जवानों को गुरिल्ला युद्ध में प्रशिक्षित किया गया है। इस सेना ने करगिल युद्ध में भी अपनी उपयोगिता साबित की थी।
यह सपाट इलाकों में तैनात रहने वाले सैनिकों से बिल्कुल अलग होते हैं। इस फोर्स के पास अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में लड़ने का बेहतरीन कौशल है। यह सेना दशकों से उत्तराखंड, लद्दाख, अरुणाचल और सिक्किम के पहाड़ी क्षेत्रों में तैनात रही है।